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Hindi Kavita | हिन्दी कविताएँ (आसमां छू लेंगें )

 Hindi Kavita | हिन्दी कविताएँ (आसमां छू लेंगें )


दोस्तो सुरलहरी ,इस स्कंध में मैने कुछ हिन्दी कविताएँ लिखकर असली जीवन को प्रकट करने कि कोशिश की है |Hindi Poetry किसे अच्छी नहीं लगती |आज कि Hindi Poem उन महान लोगों को स्मर्पित है जो राम  को फिल्मी बता रहे हैं |


आसमां छू लेंगें 


Hindi Kavita | हिन्दी कविताएँ (आसमां छू लेंगें )

Photo by Nathan Cowley from Pexels

कभी सोचा आसमां छू लेंगे ,

कभी सोचा जहान जीत लेंगे ,

कभी सोचा आसमां छू लेंगे ,

कभी सोचा जहान जीत लेंगे ,

बस सोच सोच में ही रह गई ,

किसी का समय किसी की उम्र गुजर गई | 

दूसरे की झोली ज्यादा रही ,

अपनी कम ही रही ,

दिन रात की सोच में जिंदगी दफ़न सी रही ,

कुछ किया भी नहीं ,

जिंदगी जिया भी नहीं ,

कहीं समय ,उम्र खत्म हो गयी कहीं ||


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