Hindi Kavita | हिन्दी कविताएँ (नया दिन मुबारक)
दोस्तो सुरलहरी ,इस स्कंध में मैने कुछ हिन्दी कविताएँ लिखकर असली जीवन को प्रकट करने कि कोशिश की है |Hindi Poetry किसे अच्छी नहीं लगती |आज कि Hindi Poem उन महान लोगों को स्मर्पित है जो राम को फिल्मी बता रहे हैं |
नया दिन मुबारक
सूरज मुबारक,चाँद मुबारक,
नए साल का हर दिन मुबारक |
खुशियाँ मुबारक हो दुनिया मुबारक,
पहाड़ी पर चढ़ती रोशनी मुबारक |
चाँद कि चाँदनी मुबारक,तारों कि टिमटिमाहट मुबारक ,
ले जाएँ मंजिल की ओर वो सड़कें मुबारक |
पहाड़ मुबारक,मैदान मुबारक,
करें बर्षा वो बादल मुबारक |
पेड़ मुबारक,पौधे मुबारक,
हरे हर पीड़ा वो औषधी मुबारक |
पत्ता पत्ता मुबारक,जर्रा जर्रा मुबारक,
नई सुबह का नया जोश मुबारक |
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