हिन्दी कविता | Poem about Life in Hindi (वक्त तो लगता है )
दोस्तो सुरलहरी ,इस स्कंध में मैने कुछ हिन्दी कविताएँ लिखकर असली जीवन को प्रकट करने कि कोशिश की है |Hindi Poetry किसे अच्छी नहीं लगती |आज कि Hindi Poem उन महान लोगों को स्मर्पित है जो राम को फिल्मी बता रहे हैं |
वक्त तो लगता है
यूँ तो तन्हाईयाँ बहुत हैं जहाँ में ,
रौनकों को ढूँढने में वक्त तो लगता है |
जो खुशियाँ ढूंढोगे हर पल,
दुखों का पहाड़ भी सरल सा लगता है |
तन्हाईयाँ भी लगती हैं दोस्त सी ,
हर पराया भी अपना सा लगता है |
जो खुशियाँ बिखेरोगे जहाँ में ,
दूजे का दुख भी अपना सा लगता है |
सन्नाटे में हल्की सी आवाज बन जाओ ,
जो रूठे हैं ,दिलों में उनके घर कर जाओ ,
जो अंजाने हुए बैठे हैं ,जो छुपे से हैं ,
उन ख्वावों को फलने में वक्त तो लगता
है |
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