Hindi Kavita | कविताएँ (संतुलन)
दोस्तो सुरलहरी ,इस स्कंध में मैने कुछ हिन्दी कविताएँ लिखकर असली जीवन को प्रकट करने कि कोशिश की है |Hindi Poetry किसे अच्छी नहीं लगती |आज कि Hindi Poem उन महान लोगों को स्मर्पित है जो राम को फिल्मी बता रहे हैं |
संतुलन
प्रकृति का संतुलन है, हर चीज़ पर पड़ेगा भारी |
करोना तो बस नाम है, मानव को लेनी होगी जिम्मेवारी ||
किसी देश ने कुछ किया, किया भक्ष्ण या तैयार किया |
नहीं पता, पर जो किया खिलवाड़ किया ||
गौरैया को मारा तो, टिड्डियों ने बर्बाद किया |
एशियन फ्लू, सारस और एच 7 एन 9 भी इन्हीं ने दिया ||
प्रकृति का संतुलन है, हर चीज़ पर पड़ेगा भारी |
करोना तो बस नाम है, मानव को लेनी होगी जिम्मेवारी ||
इतनी आपदाओं का जिम्मेदार, जानें क्यों कोई कदम नहीं उठाया |
कहीं दुनिया को कमज़ोर कर, खुद की खुशहाली से तो नहीं इस का नाता ||
ये करोना फैला कैसे, कौन इसका जिम्मेदार हुआ |
इतनी जानें चली गईं ,कौन गुनहगार हुआ ||
प्रकृति का संतुलन है, हर चीज़ पर पड़ेगा भारी |
करोना तो बस नाम है, मानव को लेनी होगी जिम्मेवारी ||
आदतें वो छोड़ दो, जो बढ़ा सकतीं हैं मुश्किल |
दूर से प्रणाम करो, योग करो हर दिन ||
जीवनशैली में बदलाव, न करो प्रकृति से खिलवाड़ |
रोग के आगे खड़े रहो, बन के लोहे कि दिवार ||
प्रकृति का संतुलन है, हर चीज़ पर पड़ेगा भारी |
करोना तो बस नाम है, मानव को लेनी होगी जिम्मेवारी ||
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