Best Motivational Speech in Hindi | बेहतरीन प्रेरणादायक स्पीच (हूँ आम इंसान)
दोस्तों आज मैं बात करने जा रही हूँ आम आदमी के बारे में ,आम आदमी जिस में मानवता मर चुकी है ,एक आम आदमी जिस की सोच मर चुकी है ,एक आम आदमी जो बस अपनी सोचता है |
अपराधी इसी बात को जानते हैं की आज किसी के बारे में कोई नहीं सोचता , आज यह स्थिति हो चुकी है की आप के सामने कुछ गलत हो रहा है और आप कुछ नहीं करते | और जब आप के साथ गलत होता है तो दुनिया को कोसना शुरू || क्या यह गलत नहीं ????
प्रियंका रेप केस को ही ले लो , क्या उस का चिल्लाना किसी ने सुना नहीं होगा ?? जब उसे जलाया गया तो किसी ने देखा नहीं होगा ?? पता नहीं , पर अगर किसी ने देखा भी होगा तो मुँह फेर के दूसरी तरफ हो लिया होगा | सोचा होगा कौन फसे मुसीबत में |
है ऐसा की नहीं आप लोग जानें ||
प्रियंका के जाने के बाद सब चिल्लाने लग गए मार दो दोषियों को ,दोस्तों मारने से तो एक ही बार में छुटकारा हो जाएगा | ऐसे लोगों को तो जिन्दा रखो और ऐसी सजा दो की मौत मांगे और मरने भी ना दिया जाए |
जब लड़की का रेप होता है तो इज्जत उस की क्यों गयी ?? इज्जत तो लड़के की जानी चाहिए | लड़के को हर जगह बेइज्जत करना चाहिए | लड़की मुँह क्यों छुपाये ? उस के साथ जबरदस्ती करने बाले लड़के को इतना मजबूर कर दो की वो मुँह छुपाता फिरे |
गंदी सोच घर से शुरू होती है , अपने बच्चों को अच्छी बातें सिखायें ,दूसरों को पीड़ा देने से अच्छा उन्हें दया सिखायें , सहायता करना सिखायें | लड़को के साथ बेटियों को भी खुद्दारी सिखाएं ,अपराध के विरुद्ध लड़ना सिखाएं |
बेटियों को आज कोमल नहीं कठोर बनाना है ,ताकतबर बनाना है | उन्हें लड़ना सिखाएं | क्योंकि अपराधी कभी ताकतवर नहीं होता ,उस की ताकत है हमारा डर | जब उस के खिलाफ अड़ जाओ तो आप के एक थप्पड़ से मर जाएगा वो |
सरकार,प्रशासन और कोई और कुछ नहीं कर सकता | लड़कियाँ जब तक विरोध करना नहीं सीख लेतीं और विरोध तब होगा जब मन और शरीर से सुदृढ़ होंगी लड़कियाँ | Bodybuilding,Weightligting,Boxing और Karate क्या लड़कों के लिए ही हैं |
उठो लड़ो मर्दानी बनो ,
अब कोमलता नहीं भाती तुझे ||
वीर लक्ष्मीबाई बनो ,
अब उदारता नहीं दिखानी तुझे ||
ठान ले गर तू तो ये सोच ले ,
ठान ले गर तू तो ये सोच ले ,
कहते हैं मर्दानी भी तुझे ||
दोस्तों मेरी कोइ बात बुरी लगी हो तो माफ़ करना पर कड़वी बात ही सच होती है | पर विरोध से अच्छा है निवारण |
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