Himachali Kavita | हिमाचली कविता (ना तेरी ना मेरी)

Himachali Kavita | हिमाचली कविता (ना तेरी ना मेरी)

ना तेरी ना मेरी

Himachali Kavita | हिमाचली कविता (ना तेरी ना मेरी)
Photo by Flickr from Pexels


दारू पित्ती ,नशा करी ता , 
गुस्से च आई करी सिर फोड़ीता | 
फुट भर बढ़ाई कने डंगा चिणीता ,
 दूजे दे खेतराँ दा घा बड्डी ता | 

दो दिन दी जिन्दडी बंदेया,ना तेरी ना मेरी | 
खेतर डंगे इत्थू ही रही जाणें, कजो करे हेरा फेरी ||

 दूजे दे बच्चेयाँ जो बरबाद करी ता , 
खरा ता क्या सखाणाँ था ,बुरा सखाईता |
 जम्मे थे खरे घरें,करना था खरा -खरा, 
पूजा पाठ छड्डी ,सुट्टा सिखीता | 

दो दिन दी जिन्दड़ी बन्देया,ना तेरी ना मेेरी |
 खरे कम ही रही जाणे,बाकी रूत घनेरी || 

छः फुट्टा शरीर तेरा,डेढ़ फुट्टी चौड़ाई , 
जेड़ी जमीन छातिया ने लाई , ओ भी कम्मे नी आई | आखीं दस्सियाँ ,किती गलत कमाई , 
अज उसदी कल तेरी बारी भी आई |

 दो दिन दी जिन्दड़ी बन्देया,ना तेरी ना मेेरी |
 हुण भी सुधरी लै,होई जाणी देरी ||

अन्य कवितायें 


Religious Stories in Hindi | धार्मिक कथाएँ (शिवा मेरा सर्पां वाला )

 Religious Stories in Hindi | धार्मिक कथाएँ (शिवा मेरा सर्पां वाला 


Religious Stories in Hindi | धार्मिक कथाएँ (शिवा मेरा सर्पां वाला
Photo by Elina Sazonova from Pexels

शिवा मेरा सर्पां वाला ,

हत्थाँ च विष दा प्याला |

गौराँ मैया संग बिराजे,

चँदा मामा सर पर साजे |


शिवा मेरा भोला भाला,

गले च रुद्राँ दी माला |

जटाँ च गंगा बिराजे,

हत्थाँ च शूल साजे |


शिवा मेरा डमरुआँ वाला ,

नंदिए पर घुमणे आला |

खाली झोली भरने वाला,

थोड़े च खुश होने आला |


Religious Stories in Hindi | धार्मिक कथाएँ (शिवा मेरा सर्पां वाला
Photo by Abhilash Subbayyan from Pexels

और पढ़ें :-

1.  बाबा बालक नाथ कथा 


VIRAL POST

श्रीमद्‍भगवद्‍गीता का महत्व |Bhagwat Geeta ka Mahatva | गीता ज्ञान (अध्याय 1 के 31 से 34 श्लोक )

 श्रीमद्‍भगवद्‍गीता का महत्व |Bhagwat Geeta ka Mahatva | गीता ज्ञान (अध्याय 1 के 31 से 34 श्लोक ) गीता के अध्याय 1 के 31 से 34 श्लोक सस्कृत ...

सबसे ज्यादा पसंद की गई पोस्ट