आज का जीवन मंत्र | Aaj Ka Vichaar(मोह)

आज का जीवन मंत्र | Aaj Ka Vichaar


दोस्तों आज के जीवन मे मनुष्य कई कठिनाईयों से गुजर रहा है , वह कई बार फैसले लेने मे असमर्थ होता है ,आप को सही फैसले लेने और सही दिशा दिखने के लिए मैं आप के लिए आज का विचार,सुविचार तथा Sundar Vichar सकन्ध लेकर आई हूँ | Suvichar हमारे जीवन में बहुत है | हमारे आज के विचार हमारे जीवन पे बड़ा असर डालते हैं  | Vichar हमारे जीवन मे उतना ही है जितना पानी और भोजन का | Vichar पढ़ें औए दूसरों को सुविचार दें |

🐭जीवन मंत्र🐭


नास्ति मायासम: पाशो नास्ति योगात्परं बलम् |

नास्तिज्ञानात्परो बन्धुर्नाहड्.कारात् परो रिपु: || 

(घेरण्ड संहिता )



Nasti mayasamah pasho nasti yogataram balam,

Nastigayanatparo bandhurnahankarat paro ripu.


माया (मोह) से बड़ा कोई जाल (फंदा ) नहीं ,योग से प्राप्त बल से बड़ा कोई बल नहीं |ज्ञान से बड़ा कोई बंधू नहीं ,और अहंकार से बड़ा कोई दुश्मन नहीं |


There is no net (trap) greater than maya (attachment), no force greater than the force derived from yoga. There is no friend than knowledge, and no enemy greater than ego.


Photo by Valeria Ushakova from Pexels


🐥आज का विचार🐥


जहाँ बिमारी घर कर जाती है ,वहाँ समृद्धि नहीं हो सकती |

जिस घर में योग है ,वहाँ बिमारी नहीं रह सकती ||


Where there is sickness, there cannot be prosperity. In the house where there is yoga, there cannot be sickness.


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आज का जीवन मंत्र | Aaj Ka Jeevan Mantra (कछुआ)

  आज का जीवन मंत्र | Aaj Ka Jeevan Mantra 


दोस्तों आज के जीवन मे मनुष्य कई कठिनाईयों से गुजर रहा है , वह कई बार फैसले लेने मे असमर्थ होता है ,आप को सही फैसले लेने और सही दिशा दिखने के लिए मैं आप के लिए आज का विचार,सुविचार तथा Sundar Vichar सकन्ध लेकर आई हूँ | Suvichar हमारे जीवन में बहुत है | हमारे आज के विचार हमारे जीवन पे बड़ा असर डालते हैं  | Vichar हमारे जीवन मे उतना ही है जितना पानी और भोजन का | Vichar पढ़ें औए दूसरों को सुविचार दें |


आज का जीवन मंत्र | Aaj Ka Jeevan Mantra (कछुआ)
Photo by laura parenti from Pexels


यदा संहरतै चायं कूर्मोsड़्गानीव सर्वशः |

इन्द्रियाणीन्द्रियार्थेभ्यस्तस्य प्रज्ञा प्रतिष्ठिता|

हिन्दी में अनुवाद

जिस तरह से कछुआ अपने अंगों को पूरी तरह से समेट लेता है ,उसी तरह से जो मनुष्य अपनी इन्द्रियों को काबू में रखता है वही प्रज्ञा सम्पन्न होता है |

Translation into English

The way a tortoise controls its organs completely, in the same way the  person who keeps his senses in control have great knowledge.


आज़ का विचार | Aaj ka vichaar


मन वचन अथवा शरीर से कोई दुःख भी पहुँचाए ,तो उस पर क्रोध और वैर न करना क्षमा है |


Translation into English

If anyone hurt you by anyway whether by heart,speech or physically, then it is pardon not to have anger and hatred on it.


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