आज का जीवन मंत्र | Aaj Ka Jeevan Mantra (मतभेद)

 आज का जीवन मंत्र | Aaj Ka Jeevan Mantra 

दोस्तों आज के जीवन मे मनुष्य कई कठिनाईयों से गुजर रहा है , वह कई बार फैसले लेने मे असमर्थ होता है ,आप को सही फैसले लेने और सही दिशा दिखने के लिए मैं आप के लिए आज का विचार,सुविचार तथा Sundar Vichar सकन्ध लेकर आई हूँ | Suvichar हमारे जीवन में बहुत है | हमारे आज के विचार हमारे जीवन पे बड़ा असर डालते हैं  | Vichar हमारे जीवन मे उतना ही है जितना पानी और भोजन का | Vichar पढ़ें औए दूसरों को सुविचार दें |

🏵आज का विचार🏵

🌹Today's Thought🌹


Photo by Sora Shimazaki from Pexels


न वै भित्रा जातु चरन्ति धर्मं न वै सुखं प्राप्नुवन्तीह भित्राः। 

न वै सुखंभित्रा गौरवंप्राप्नुवन्ति न वै भित्राप्रशमंरोचयन्ति ॥


🌼🌻People who have mutual differences, they can never walk on the path of justice. They never remain happy, they never get fame, and the matter of peace pricks them..🌻🌼


जिनमें आपसी मतभेद होता है, वे लोग कभी न्याय के मार्ग पर नहीं चल सकते। 

वे कभी सुखी नहीं रहते, कीर्ति उन्हें कभी प्राप्त नहीं होती , तथा शांति की बात उन्हें चुभती है।

 

🐰आज का जीवन मंत्र🐰


जीवन में ऊँचा उठना भी अच्छा है, 

इससे अपनो कि औकात का पता चलता है, 

जब शड़यंत्र रचते हैं गिराने को, 

तब अपने-बेगाने का पता चलता है ।


🌈It is good to rise in life because it shows, 

who is our's and who is other's.

When they plans to resist or disgrace you ,

this shows their boundings with you ⛅

 

🍀Today's Life Mantra🍀

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ना तेरी ना मेरी

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दारू पित्ती ,नशा करी ता , 
गुस्से च आई करी सिर फोड़ीता | 
फुट भर बढ़ाई कने डंगा चिणीता ,
 दूजे दे खेतराँ दा घा बड्डी ता | 

दो दिन दी जिन्दडी बंदेया,ना तेरी ना मेरी | 
खेतर डंगे इत्थू ही रही जाणें, कजो करे हेरा फेरी ||

 दूजे दे बच्चेयाँ जो बरबाद करी ता , 
खरा ता क्या सखाणाँ था ,बुरा सखाईता |
 जम्मे थे खरे घरें,करना था खरा -खरा, 
पूजा पाठ छड्डी ,सुट्टा सिखीता | 

दो दिन दी जिन्दड़ी बन्देया,ना तेरी ना मेेरी |
 खरे कम ही रही जाणे,बाकी रूत घनेरी || 

छः फुट्टा शरीर तेरा,डेढ़ फुट्टी चौड़ाई , 
जेड़ी जमीन छातिया ने लाई , ओ भी कम्मे नी आई | आखीं दस्सियाँ ,किती गलत कमाई , 
अज उसदी कल तेरी बारी भी आई |

 दो दिन दी जिन्दड़ी बन्देया,ना तेरी ना मेेरी |
 हुण भी सुधरी लै,होई जाणी देरी ||

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शिवा मेरा सर्पां वाला ,

हत्थाँ च विष दा प्याला |

गौराँ मैया संग बिराजे,

चँदा मामा सर पर साजे |


शिवा मेरा भोला भाला,

गले च रुद्राँ दी माला |

जटाँ च गंगा बिराजे,

हत्थाँ च शूल साजे |


शिवा मेरा डमरुआँ वाला ,

नंदिए पर घुमणे आला |

खाली झोली भरने वाला,

थोड़े च खुश होने आला |


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Photo by Abhilash Subbayyan from Pexels

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