आज का विचार | Aaj Ka Vichaar(शरीर का शोधन)

  आज का विचार | Aaj Ka Vichaar

दोस्तों आज के जीवन मे मनुष्य कई कठिनाईयों से गुजर रहा है , वह कई बार फैसले लेने मे असमर्थ होता है ,आप को सही फैसले लेने और सही दिशा दिखने के लिए मैं आप के लिए आज का विचार,सुविचार तथा Sundar Vichar सकन्ध लेकर आई हूँ | Suvichar हमारे जीवन में बहुत है | हमारे आज के विचार हमारे जीवन पे बड़ा असर डालते हैं  | Vichar हमारे जीवन मे उतना ही है जितना पानी और भोजन का | Vichar पढ़ें औए दूसरों को सुविचार दें |

आज का विचार | Aaj Ka Vichaar(शरीर का शोधन)

षट्कर्मणा शोधनञ्च आसनेन भवेदृढम् |

मुद्रया स्थिरता चैव प्रत्याहारेण धीरता ||

प्राणायामाल्लाघवञ्च  ध्यानात्प्रत्यक्षमात्मनि |

समाधिना निर्लिप्तञ्च मुक्तिरेव च संशया |


शरीर का शोधन छ: कर्मों से होता है , आसन से दृढता ,मुद्रा से स्थिरता,प्रत्याहार से धीरता,प्राणायाम से हल्कापन,ध्यान सै आत्म ज्ञान और समाधि से मुक्ति प्राप्त होती है |


Today's Jeevan Mantra


The purification of the body is done by six actions, firmness from posture, Stability from mudra, patience from pratyahara, lightness from pranayama, Self-knowledge from samadhi and liberation are attained through meditation.


आज का विचार


अच्छाई दूसरे के रास्ते में  खड्डे खोदने में नहीं |

जरूरत पड़ने पर जो आप के साथ हो वही अच्छा है |


Today's Thought


There is no good in digging holes in the path of others. Only good is him,Whoever is with you when you are in need.

 अन्य पढ़ें 

1.   विष भरा घड़ा 

2.   मूढ़ मित्र 



Himachali Kavita | हिमाचली कविता (हिमाचले दियाँ सड़कां)

 Himachali Kavita | हिमाचली कविता (हिमाचले दियाँ सड़कां)


हिमाचले दियाँ सड़कां


Himachali Kavita | हिमाचली कविता (हिमाचले दियाँ सड़कां)


सड़काँ महारियाँ,पहाड़ाँ पर चलदियाँ |

अज सुणाँदा ,सै कियाँ बणियाँ ||


राज अड़ेया,अड़ेया जफ्फा |

चन्दू अड़ेया,अड़ेया घप्पा ||

समझ जे आई इना जो |

फेरी सारेयाँ मिली जुली कम पूरा करेया |


सड़काँ महारियाँ,पहाड़ाँ पर चलदियाँ |

अज सुणाँदा ,सै कियाँ बणियाँ ||


टिक्कुएँ बोलेया ,माफी मंगा |

राजें बोलेया, देई दिखण डंगा ||

जौफियें बाया था केसर |

ताँ कियाँ दिन्दा खेतर ||


सड़काँ महारियाँ,पहाड़ाँ पर चलदियाँ |

अज सुणाँदा ,सै कियाँ बणियाँ ||


गर कोई भी नी खेतराँ दिंदे |

पैदल ही जाँदे सारे घुमणे ||

मुन्डू सारे कँवारे रैन्दे |

ना ही छोटे मोटे व्यापार हुन्दे ||


सड़काँ महारियाँ,पहाड़ाँ पर चलदियाँ |

अज सुणाँदा ,सै कियाँ बणियाँ ||


कई अड़े रहे,कईए कितियाँ मीटिंगाँ |

कई पत्र निकले,कई बणियाँ कहाणियाँ ||

ए जे गड्डियाँ ,सडका पर दौड़ा दियाँ |

पता नी कितनेयाँ कित्तियाँ कुर्बानियाँ ||




अन्य कवितायें 


आज का जीवन मंत्र | Aaj Ka Jeevan Mantra(दुष्ट पत्नी,मूढ़ मित्र)

आज का जीवन मंत्र | Aaj Ka Jeevan Mantra 

दोस्तों आज के जीवन मे मनुष्य कई कठिनाईयों से गुजर रहा है , वह कई बार फैसले लेने मे असमर्थ होता है ,आप को सही फैसले लेने और सही दिशा दिखने के लिए मैं आप के लिए आज का विचार,सुविचार तथा Sundar Vichar सकन्ध लेकर आई हूँ | Suvichar हमारे जीवन में बहुत है | हमारे आज के विचार हमारे जीवन पे बड़ा असर डालते हैं  | Vichar हमारे जीवन मे उतना ही है जितना पानी और भोजन का | Vichar पढ़ें औए दूसरों को सुविचार दें |


जीवन मंत्र 

दुष्टाभार्याशठंमित्रंभृत्यश्वोत्तरदायक: ||

ससर्पेचगृहेवासोमृत्युरेवनसंशय |

आज का जीवन मंत्र | Aaj Ka Jeevan Mantra(दुष्ट पत्नी,मूढ़ मित्र)
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हिन्दी में जीवन मंत्र


दुष्ट पत्नी,मूढ़ मित्र और जबाब देने बाले सेवक

के साथ रहना ,साँपों से भरे घर में रहने के बराबर है और 

एसी स्थिती में मृत्यू अवश्यंभावी है |


Life Mantra in English


Living with a wicked Wife, foolish friend, and 

Answering Servant  is like living in a house full 

of snakes and in such condition death is inevitable.


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आज का विचार


गोत्र से अच्छा है ,इन्सानियत और भाईचारे से व्यक्ति को तोलो |


Todays thought


                       Do not judge anyone with gotra,judgement                     should be on the basis of humanity and fraternity.



 अन्य पढ़ें 

1.   शरीर का शोधन 

2.    सेवक

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