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Religious Stories in Hindi | धार्मिक कथाएँ (ज्वालाजी कथा)

 Religious Stories in Hindi | धार्मिक कथाएँ (ज्वालाजी कथा)

Religious Stories in Hindi | धार्मिक कथाएँ (ज्वालाजी कथा)

शिव का निरादर नी झेल सकी वो, 
हो गई हवन कुंड में सती वो |

लिए फिरे शिव जी  ,घवराई थी सृष्टी,
विष्णु जी सहाए,सृष्टी विनाश बचाए ||

जिह्वा गिरी जहाँ पर, अग्नि रूप भई वहाँ पर ||
एक गवाला गाय चराए,कोई कन्या दूध पी जाए ||

गवाले ने चमत्कार देखा, कन्या को होते ओझल देखा ||
गोरक्ष किले को धाए,राज भूमी को बात बताए ||

राज भूमी को बात पता थी,जिह्वा कि वो बात पता थी ||
पहाड़ी पर दौड़ के आए, ज्योति रूप में दर्शन पाए ||

मात ज्वाला भई सहाए,मंदिर का निर्माण कराए ||
पाँडव भी वनों में विचरते,, पहुँचे जब इस जगह पे ||

बहुत बड़ा मंदिर बनवाया, माँ सती का मान बढ़ाया ||
ज्वालामुखी नाम जगह का,जिला काँगड़ा पड़े यहाँ का||

ज्वाला रूप में दर्शन देती, भक्तों का दु:ख हर लेती ||
जो आए श्रद्धा संग, करे योग और ध्यान ||
सब इच्छा पूरी हो, मिले भोग और ज्ञान ||


Religious Stories in Hindi | धार्मिक कथाएँ (ध्यानू भक्त ने अपना शीश माता ज्वाला को अर्पित किया)

Religious Stories in Hindi | धार्मिक कथाएँ (ध्यानू भक्त ने अपना शीश माता ज्वाला  को अर्पित किया)


Religious Stories in Hindi | धार्मिक कथाएँ (ध्यानू भक्त ने अपना शीश माता ज्वाला  को अर्पित किया)

मात ज्वाला भक्ति  तेरी, भक्ति करे भक्त ध्यानू |
भक्तों के संग दर्शन करने, चले भक्त कृपालू ||

बीच रास्ते संदेश पाए, अकबर का फरमान पाए |
कहाँ  चले भीड़ संग, क्या करना तुम को भाए ||

ध्यानू भक्त ने कह सुनाया, मात ज्वाला का महात्मय बताया |
अकबर यह सुन क्रोध में आया,ध्यानू के घोड़े को मार गिराया|


भक्ति तेरी सच्ची है, सच्ची है गर बात |
घोड़े को जीवित करेगी, गर ज्वाला मैया तेरे साथ ||


एक माह रखना राजा, मात करेगी पूरण काजा |
माता शक्ति को, तू भी मानेगा राजा ||

भक्त ध्यानू ध्यान करे, भजन करे दिन रात |
माता कि प्रसन्नता कि ख़ातिर, सिर दिया वार ||

मात ज्वाला प्रसन्न भई, दिया जीवन दान |
घोड़े को भी जीवित किया,दिया महाज्ञान ||


जो आए मंदिर में, आए माता के दरबार |
दु़:ख सारे दूर हों, सुखी रहे संसार ||

Religious Stories in Hindi | धार्मिक कथाएँ (अकबर और माता ज्वाला कि कथा)

 Religious Stories in Hindi | धार्मिक कथाएँ (अकबर और माता ज्वाला कि कथा)


वाह रे प्यार तेरा, माँ ज्वालाजी के साथ |
मरे को जीवन दिया, लगा दी नैया पार ||


अकबर राजे ने, जब देखा, जब देखा चमत्कार |
चल पड़ा सेना लेकर, ज्वालजी के पास ||
ज्वालाएँ जलती देख, परीक्षा लेने कि ठानी |
जल की धाराएँ मंदिर में बहा दीं ||


साथ मिले जिसे,मिले माँ का साथ |
मरे को जीवन दिया, लगा दी नैया पार ||


कैसे तेरे भक्त हैं, कैसा है इम्तिहान |
सुर हो या असुर, सब हैं एक समान ||
पानी में ज्वालाएँ जलीं, अकबर का मान घटाया |
सवा मन सोने का छत्र, ज्वाला माँ के चढ़ाया ||


जो भजे माँ को, करे याद दिन , रात |
मरे को जीवन दिया, लगा दी नैया पार ||


माँ को नहीं है लोभ ना चाह तेरे माल की |
चाह है भक्ति की और भक्त के प्यार की ||
अकबर के मान था, ना था माँ का सम्मान |
सोने को बदलकर,दूर किया अभिमान ||


आओ भक्ति लेकर, माँ को करो प्रणाम |
अपनी धन दौलत से, करो गरीबों में दान ||

Religious Stories in Hindi | धार्मिक कथाएँ (माता ज्वाला का इंतज़ार )

 Religious Stories in Hindi | धार्मिक कथाएँ (माता ज्वाला का इंतज़ार ) 

Religious Stories in Hindi | धार्मिक कथाएँ (माता ज्वाला का इंतज़ार )

नो ज्वालाएँ माता तेरी,जलें दिन और रात |
भक्तों के दु:ख हरे, सादा रहे भक्तों के साथ ||
गुरू गोरखनाथ जी करें, करें पूरी सब आस |
भक्ति करने थे बैठे, ज्वाला मंदिर के पास ||


भोजन पर बुलाने का माता ने किया विचार |
बड़ी कोशिशों से जिसे गोरखनाथ जी ने किया स्वीकार ||
खिचड़ी ही खाऊँगा माँ, लेकर आता हूँ कुछ चावल |
पानी उबालकर रखें, खाऊँगा लौटकर ||


उबाला जल, ज्योत कि महिमा है कैसी |
लौटे नहीं गोरखनाथ जी,माता प्रतीक्षा में बैठी ||
गोरख डिब्बी है वह जगह, पानी जहाँ है उबल रहा |
छूने पर होता ठंडा प्रतीत,महिमा बखान कर रहा|

Religious Stories in Hindi | धार्मिक कथाएँ (बाबा बालक नाथ जी)

  Religious Stories in Hindi | धार्मिक कथाएँ (बाबा बालक नाथ जी)

Religious Stories in Hindi | धार्मिक कथाएँ (बाबा बालक नाथ जी)

कह रहा हूँ  तेरी कहानी |
हो सिद्धों के सिरमौर |
सतयुग में स्कन्ध, त्रेता में कौल
और द्वापर में कहे गए महाकौल ||

महाकौल ने मन में ठानी,चले कैलाश कि ओर |
पथ में इक बृद्धा मिली, चले बाबा किस ओर |
चला हूँ शिव के दर्शन करने, ठानी बात यही इक मन में|
निलकण्ठ को प्रसन्न करूँगा,कर चुका यह 
प्रण मैं |


मानसरोवर के किनारे, कर तपस्या, वो सहाय |
मात पार्वती दर्शन देंगी, पूछना शिव मिलन 
के उपाय |

बाबा जी लगन में बैठे, बैठे ध्यान लगाए |
पार्वती जी का दर्शन पाए, मिला ईश मिलन 
का उपाय |


थी प्रतिज्ञा अटल, शिव मिलन में हुए सफल |
चिर आयु का वरदान पाए, पाया अमरता का 
फल |
सिद्धों में से एक होंगे, रहेंगे तरूण स्वरूप में |
कलयुग में भी पूजा होगी, होंगे बालक रूप में |

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